उत्तर प्रदेश सरकार हर साल लाखों छात्रों को पढ़ाई में मदद देने के लिए यूपी स्कॉलरशिप योजना चलाती है। इस योजना के अंतर्गत गरीब और जरूरतमंद छात्रों को उनकी पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन कई बार छात्र आवेदन फॉर्म भरते समय छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं, जैसे नाम की स्पेलिंग, बैंक अकाउंट नंबर, आधार कार्ड का विवरण या शैक्षिक जानकारी। ऐसी गलतियों के कारण स्कॉलरशिप का पैसा रुक सकता है या आवेदन रिजेक्ट हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए सरकार ने UP Scholarship Correction 2025 की सुविधा शुरू की है। इस सुविधा की मदद से छात्र आसानी से ऑनलाइन जाकर अपनी गलतियों को ठीक कर सकते हैं और दोबारा संस्था में फॉर्म जमा कर सकते हैं।

उद्देश्य
यूपी स्कॉलरशिप करेक्शन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी छात्र को सिर्फ छोटी सी गलती के कारण आर्थिक मदद से वंचित न होना पड़े। जब छात्र ऑनलाइन आवेदन करते हैं, तो जानकारी गलत दर्ज होना आम बात है। उदाहरण के लिए – बैंक का IFSC कोड गलत लिखना, जन्मतिथि में गलती करना या शैक्षिक विवरण सही से दर्ज न करना। इन छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने का मौका देने के लिए ही करेक्शन की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसका मकसद यह है कि सभी पात्र छात्रों तक समय पर स्कॉलरशिप राशि पहुंच सके और आवेदन को अस्वीकार न किया जाए। यही कारण है कि हर साल पोर्टल पर करेक्शन की सुविधा कुछ समय के लिए खोली जाती है ताकि छात्र समय रहते अपनी जानकारी अपडेट कर सकें।
मुख्य विशेषता
योजना का नाम | यूपी स्कॉलरशिप करेक्शन |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
लाभार्थी | राज्य के छात्र |
उद्देश्य | आवेदन फॉर्म में हुई गलतियों को सुधारने की सुविधा |
आधिकारिक वेबसाइट | scholarship.up.gov.in |
सुधार की प्रक्रिया | ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से |
करेक्शन समय सीमा | आवेदन की अंतिम तिथि के बाद कुछ हफ्तों तक |
आवश्यक दस्तावेज
फॉर्म में सुधार करते समय छात्रों को कुछ जरूरी दस्तावेज पास में रखने चाहिए, ताकि सही जानकारी दर्ज की जा सके। इनमें शामिल हैं –
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक या कैंसिल चेक
- शैक्षिक प्रमाणपत्र (मार्कशीट, एडमिशन लेटर आदि)
- जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
UP Scholarship form में Correction कैसे करें?
UP Scholarship Correction 2025 की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। छात्र इसे निम्नलिखित चरणों में पूरा कर सकते हैं:
- सबसे पहले scholarship.up.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर “Student” सेक्शन पर क्लिक करें।

- यहां आपको “Fresh” और “Renewal” दोनों विकल्प मिलेंगे – जिस प्रकार का आवेदन सुधरना हो उसे चुनें।
- अब रजिस्ट्रेशन नंबर, जन्मतिथि, पासवर्ड और कैप्चा डालकर Submit करें।

- लॉगिन करने के बाद बाईं ओर मेन्यू में “आवेदन पत्र को संशोधित करें” (Correction) विकल्प पर क्लिक करें।

- अब आपके सामने पूरा फॉर्म खुल जाएगा। इसमें दर्ज की गई गलत जानकारी को सही करें।
- सारी जानकारी अपडेट करने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।

- सबमिट करने के बाद आपके सामने नया पेज खुलेगा, जहां से आपको ऊपर दिख रहे ‘होम’ बटन पर क्लिक करना होगा।

- उसके बाद “संस्था में जमा करने हेतु प्रिंट” पर क्लिक करें और फॉर्म’ का प्रिंटआउट ले ओर अपनी संस्था/स्कूल में जमा करें।

⚠️ ध्यान रखें – करेक्शन सिर्फ उसी समय सीमा में किया जा सकता है जो पोर्टल पर तय की जाती है।
UP Scholarship Correction किस लिए और क्यों जरूरी है?
कई बार आवेदन फॉर्म भरते समय जल्दबाजी या लापरवाही में गलत जानकारी दर्ज हो जाती है। जैसे – नाम की स्पेलिंग ग़लत, बैंक अकाउंट नंबर गलत लिखना, या शिक्षा संबंधी जानकारी गलत दर्ज करना। इन छोटी-सी गलतियों की वजह से स्कॉलरशिप की राशि रुक जाती है। यूपी स्कॉलरशिप करेक्शन इसी समस्या को हल करने का माध्यम है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि छात्रों को बार-बार नया आवेदन नहीं करना पड़ता, बल्कि पहले से भरे गए फॉर्म को ही संशोधित करके जमा कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से समय की बचत होती है और छात्र अपनी पढ़ाई के लिए समय पर स्कॉलरशिप की राशि प्राप्त कर पाते हैं।
संपर्क विवरण
यदि करेक्शन प्रक्रिया में किसी तरह की समस्या आती है तो आप हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर: 18001805131, 18001805229
- ईमेल आईडी: socialwelfareup@gmail.com
- वेबसाइट: scholarship.up.gov.in
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
UP Scholarship Correction 2025 कब किया जा सकता है?
करेक्शन की सुविधा आवेदन की अंतिम तिथि के बाद कुछ हफ्तों के लिए खोली जाती है।
करेक्शन करते समय कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
आधार कार्ड, बैंक पासबुक, शैक्षिक प्रमाणपत्र, आय और जाति प्रमाणपत्र की जरूरत होती है।
क्या करेक्शन के बाद फॉर्म को दोबारा जमा करना पड़ता है?
हां, करेक्शन करने के बाद फॉर्म प्रिंट निकालकर संस्था में जमा करना अनिवार्य है।
अगर करेक्शन समय सीमा निकल जाए तो क्या करें?
समय सीमा निकलने के बाद सुधार संभव नहीं होता, इसलिए समय रहते करेक्शन जरूर करें।